निष्कर्ष रक्षाबंधन केवल एक धागा बांधने का त्योहार नहीं है, बल्कि यह भाई-बहन के अटूट प्रेम, समर्पण और त्याग का प्रतीक है। इस कहानी में राजू और रानी ने हमें यह सिखाया कि सच्चा रिश्ता केवल चीज़ों से नहीं बल्कि दिल से होता है। चाहे हालात कैसे भी हों, प्यार और समर्पण ही हर रिश्ते को मजबूत बनाते हैं। रक्षाबंधन का यह त्योहार हमें यह याद दिलाता है कि भाई-बहन का रिश्ता दुनिया के सबसे खूबसूरत और पवित्र रिश्तों में से एक है।