**"उड़ान की ख़ुशी"** एक सुबह, छोटा कबूतर राजू की खिड़की पर आ बैठा। राजू, जो बीमारी के कारण चल नहीं सकता था, उसके साथ दोस्ती करने लगा। वह रोज़ कबूतर को दाना देता और उसकी उड़ानें देखकर खुश होता। एक दिन, कबूतर ने राजू के हाथ पर बैठकर उसकी उंगली को हल्के से चोंच से छुआ। राजू ने महसूस किया—**"सच्ची आज़ादी दिल की उड़ान में है।"** *"दोस्ती और साहस की यह छोटी सी कहानी, बड़ी खुशियों की उड़ान कहलाती है।"* ✌️🕊️