सारस खुशी-खुशी लोमड़ी के घर आया। जब खाना परोसा गया, तो लोमड़ी ने सारस के सामने एक चौड़ी और सपाट प्लेट में सूप रखा। सूप बहुत पतला था, और सारस अपनी लंबी चोंच से उसे पी नहीं पा रहा था। लेकिन लोमड़ी ने मज़े से अपनी जीभ से सारा सूप पी लिया। सारस समझ गया कि लोमड़ी उसे बेवकूफ बना रही है, लेकिन उसने कुछ नहीं कहा।