मेंढक ने दर्द से कराहते हुए पूछा, "तुमने ऐसा क्यों किया? अब हम दोनों डूब जाएंगे।" बिच्छू ने निराशा से जवाब दिया, "मैं अपने स्वभाव से मजबूर हूँ।" दोनों धीरे-धीरे डूबने लगे। इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि कुछ लोगों का स्वभाव ऐसा होता है कि वे अपने स्वार्थ और बुरी आदतों से बाहर नहीं आ पाते। हमें दूसरों के स्वभाव को समझकर ही उनसे व्यवहार करना चाहिए। अंधविश्वास और अति विश्वास से बचकर, अपने विवेक का उपयोग करना चाहिए।